भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खले ही नहीं धर्म की तरह माना जाता है। और भारतीयों क्रिकेटर साथ में भारतीयों क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान को भगबान माना जाता है। आज आपको इस आर्टिकल के माध्यम से क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान के बारे में पड़ने को मिलेगा।
एक अच्छा कप्तान का मतलब सिर्फ ये नहीं की की जो विश्व कप जिताये। वल्कि क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान का मतलब वह जो अपने देश का सम्मान बराये और खिलाडी तैयार करे। बात करे अगर भारतीयों क्रिकेट की तो बोहोत सरे खिलाडी ने अब तक भारत के लिए कप्तानी किये है। लेकिन ऐसे बोहोत कम खिलाडी है जिन्होंने एक लम्बे समय के लिए भारतीयों क्रिकेट के कप्तान बने रहे और लगातार भारत को जित दिलाते रहे।
अगर बात करे दुनिया भर की क्रिकेट की तो सिर्फ कुछ ही ऐसे देश है जो अच्छा क्रिकेट खेलते है। जैसे ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्ट इंडीज, नई ज़ीलैण्ड, साउथ अफ्रीका, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान।
क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान का मतलब भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तान ही नहीं वल्कि पूरी दुनिया में से सर्वश्रेष्ठ कप्तान के बारे में है। आईपीएल बदौलत आज हम सभी को देश बिदेश के प्लेयर्स के बारे में बोहोत कुछ पता है। लेकिन आईपीएल सुरु होने से पहले भी बोहोत ऐसे कप्तान थे जो अपने टीम के लिए बोहोत कुछ कर गए है।
Table of Contents
Best Captain in Cricket Hindi
Best Captain | Captaincy Period |
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1. MS Dhoni | 2007-2016 |
2. Kapil Dev | 1982-1992 |
3. Sourav Ganguly | 2000-2006 |
4. Virat Kohli | 2017-Present |
5. Rahul Dravid | 2003-2007 |
महेंद्र सिंह धोनी
जब भी कप्तान शब्द सुना जाता है तो हर किसी के मन में एक चेहरा आता है और वह है महेंद्र सिंह धोनी। क्योंकि धोनी ने अपने कप्तानी के दौरान टीम के लिए बोहोत कुछ किया और टीम को जित दिलाने के लिए बोहोत एहम फैसला भी उठा चुके है। धोनी के कप्तानी के चलते बोहोत सरे नए खिलाडी को टीम जगह मिला तो कुछ पुराने और दिग्गज खिलाडी को टीम से बहार भी बैठना पड़ा। धोनी हैमिषा मानते थे टीम में रहने के लिए फिट होना सबसे जरूरी है उम्र चाहे कुछ भी हो। और वह खुद इसको मानते भी थे।

महेंद्र सिंह धोनी खुद 38 साल तक भारत के लिए क्रिकेट खेले है मगर कभी फिटनेस के बारे में किसीको कुछ नहीं कहने दिया। धोनी ने भारत के लिए हर तरह के ICC ट्रॉफी जितके दिया है। जैसे WT20 2007, World Cup 2011, Champions Trophy 2013, Test Mace, Asia Cup 2010 और 2016.
2007 में पहली WT20 में भारत को जित दिलाने के बाद जब साल २००७ में ODI क्रिकेट से राहुल द्रविड़ और 2008 में टेस्ट क्रिकेट से अनिल कुंबले कप्तानी छोड़ रहे थे तब धोनी को कप्तानी दिया गया।
धोनी के कप्तानी में भारत में और बिदेश जमीन में टीम अच्छा किया है ODI और T20I क्रिकेट में। टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं था बिदेश में। इसीलिए सायद 2014 में MS Dhoni चुपचाप से ही टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले चुके थे। महेंद्र सिंह धोनी को उनके ठन्डे स्वभाब के चलते उन्हें कप्तान कूल भी कहा जाता है और लोगो का मानना है एहि राज है इनका क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान बनने के पीछे।
कपिल देव
पुराने दिनों के खिलाडी के बारे में सभीको सायद उतना पता नहीं है मगर कपिल देव के बारे में सभीओ को बोहोत कुछ मालूम है। क्योंकि कपिल देव कमेंट्री, एड्स में बोहोत समय दीखते रहते है। और तो और कुछ महीने में ही कपिल देव का बायोपिक भी आने वाले है।

कपिल देव वह कप्तान है जिन्होंने भारत के हर बच्चा के दिल क्रिकेटर बनने का स्वप्ना दिखाया। इनके कॅप्टेन्सी में ही भारत ने सबसे पहली बार 1983 में विश्व कप जीता था। कपिल पाजी ने भारत के लिए 1982 से लेके 1987 तक कप्तानी की है। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का भी कहना है ही की उनको भी 1983 World Cup देखके ही क्रिकेटर बनने का स्वप्ना जगह था।
सौरव गांगुली
अगर बात करे भारत कोई ऐसे कप्तान की जिन्होंने टीम को एक मुश्क्लि परिस्थितिते से निकला है तो वह है सौरव गांगुली। इनको इतनी आसानी से कप्तानी नहीं मिला। साल 2000 में जब भारतीयों क्रिकेट का एक बुरा दौर चल रहा था तब इन्हे कप्तानी दिया गया। सौरव ने अपने कप्तानी में कोई World Cup नहीं जीता मगर ऐसे बोहोत खिलाडी तैयार करके गए जो आगे जेक भारत के लिए बड़े प्लेयर बने और Wolrd Cup जितने में एहम भूमिका निवाये।

सौरव के कप्तानी में भारत 2003 World Cup Final खेले मगर उसे जितनेमे असमर्थ रहे। इनके कप्तानी के इन्होने बोहोत युवा खिलाडी को मौका दिया और उन्हें लगातार खेलते दिया। कुछ खिलाडी जैसे युवराज सिंह, हरभजन सिंह, गौतम गंभीर, महेंद्र सिंह धोनी, ज़हीर खान, मुहम्मद कैफ को गांगुली ने बोहोत मौका दिया। सोरॉव गांगुली ही वह पहले ऐसे कप्तान थे जिन्होंने बताया भारत बिदेश में भी जितके आ सकता है। सोरॉव गांगुली बोहोत एग्रेसिव कप्तान रह चुके है। इनको महाराजा और बंगाल टाइगर के नाम से भी जाना जाता है।
विराट कोहली
साल 2016 के बाद जब महेंद्र सिंह धोनी ने ODI और T20I कप्तानी छोड़ दिया तब विराट कोहली को कप्तान बनाया गया। विराट ने कप्तान बनने के बाद भारत को बोहोत सरे जित दिलाये और धोनी के बोहोत रिकॉर्ड भी तोड़े है। विराट के कप्तानी में भारत बिदेश में भी खूब सफल रहे चुके है। धोनी कप्तानी में आल राउंडर और स्पिनर को ज्यादा मौका देते थे वही विराट फ़ास्ट बॉलर को ज्यादा मौका देते है। और ये फैसला विराट के लिए बिदेश में अच्छा करने में ब्रह्मास्त्रों साबित हुआ।

विराट अभी भी भारत के कप्तान है और टीम अच्छा कर रहे है। इनके कप्तानी में ही भारत बोहोत साल बाद ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जितने में सफल हो पाए है। इंग्लैंड के जम्में पर भी विराट और उनके टीम अच्छा कर रहे है। विराट कोहली के कॅप्टेन्सी में भारत ने एक बार Champions Trophy (2017) और World Cup (2019) खेला है। मगर दोनों बार ही फाइनल और सेमि फाइनल में जितने में असमर्थ रहे है।
लोगो का मन्ना है की अगर विराट आने वाले WT20 में अच्छा न कर पाए तो उनके जगह रोहित शर्मा को कप्तानी दिलाया जाये। विराट कोहली भी एक एग्रेसिव कप्तान है और सभी का मानना है एहि इनके क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान बनने के पीछे का राज है।
राहुल द्रविड़
2006 में Sourav Ganguly को जब कप्तानी से हटाया गया तब ODI में राहुल द्रविड़ को कप्तान बनाया गया। इसके बाद 2007 World Cup के दौरान जब भारत कुछ अच्छा नहीं कर पाए तब फिरसे इन्हे कप्तानी से हटाया गया। राहुल द्रविड़ इससे पहले भी बोहोत बार जब सौरव गांगुली को रेस्ट दिया जाता था तब कप्तानी करने का मौका मिलता था।

राहुल द्रविड़ के कप्तानी में भारत ने एक लम्बे अंतराल के लिए ज्यादा मैच तो नहीं खेला है मगर बोहोत कारनामे करके दिखाए है। इनमे से सबसे यादगार है इंग्लैंड में पहली बार जितना। इसके अलावा भी राहुल द्रविड़ के कप्तानी में ही भारत के लिए एक अच्छा मिडिल आर्डर तैयार हुआ महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह और सुरेश रैना के रूपमे। सौरव गांगुली के कप्तानी में धोनी को ऊपर खिलाया जाता था लेकिन द्रविड़ उन्हें एक फिनिशर के रूप में इस्तेमाल और तैयार कर रहे थे। जो आगे चलके भारत के लिए बोहोत मैच अकेले दम पर जिताये है।
राहुल द्रविड़ भी धोनी के जैसा ठन्डे दिमाग वाले है और इसके चलते ये बड़े बड़े फैसला आसानी से और ठन्डे दिमाग से ले पते थे। इनको क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ कप्तान इनके स्वावाब और बुद्धि के चलते भी माना जाता है।